सूचना क्रांति के अस्त्र का सटीक प्रयोग
प्रदेश को दी पहले ऑनलाइन जनसंपर्क कार्यालय की सौगात
हमारे आसपास मौजूद संसाधन तो हैं लेकिन जब तक हम उनका उपयोग नहीं करेंगे तो उनके कोई मायने नहीं है और उपयोग करने के लिए जरूरी है कि हमें उसके संबंध में जानकारी हो और हम जागरूक हों। जानकारी और जागरूकता के संयोग से ही मनुष्य संविधान में मिले अपने अधिकारों का उपयोग कर सकता है और उसकी ही वजह से व्यक्ति सरकार द्वारा दी गई सुविधाओं का लाभ उठा सकता है। सूचना और तकनीक के इस युग में एक क्लिक पर सबकुछ मौजूद है लेकिन उस एक क्लिक को हमारे लिए कहां करना बेहतर होगा यह भी मायने रखता है। सूचना की इस बेहतर तकनीक का प्रयोग जन संवाद के हित में किया जनसंपर्क बुरहानपुर से अपनी जिला जनसंपर्क अधिकारी की नौकरी की शुरूआत करने वाले 25 वर्षीय सुनील वर्मा ने। वर्तमान में खंडवा जिला जनसंपर्क कार्यालय का दायित्व संभाल रहे सुनील वर्मा ने जनसंपर्क बुरहानपुर के कार्यालय को प्रदेश का पहला ऑनलाइन जनसंपर्क कार्यालय बनाकर इस बात का प्रमाण प्रस्तुत किया कि जरूरी नहीं कि बेहतर संसाधन और सुविधाएं हो तभी कोई व्यक्ति या संस्थान बेहतर ढंग से कार्यों को अंजाम दे सकता है। काम करने का जज्बा हो तो सीमित संसाधनों के साथ भी बेहतर ढंग से कार्यों को पूरा किया जा सकता है। जहां संसाधनों के नाम पर जब कुछ नहीं था उस समय ऑनलाइन जनसंपर्क कार्यालय को स्थापित करने का काम 2 वर्ष पहले ही पूरा कर लिया।
ऑनलाइन खबरों से बनाया बेहतर संवाद
कहते हैं कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी होती है। ऐसे में जब सुनील वर्मा ने जनसंपर्क बुरहानपुर का दायित्व संभाला था, तब वहां पर जनसंपर्क का ना ही कोई कार्यालय था और ना ही स्टाफ। ऐसी परिस्थिति में परंपरागत ढंग से प्रेस रिलीज एक-एक समाचार पत्र के कार्यालय में पहुंचाना संभव नहीं था, इसलिए संसाधनों के अभाव को देखते हुए और आज के हाइटेक मीडिया की जरूरतों को समझते हुए अपने कार्यालय को पूरी तरह ऑनलाइन बनाने का निर्णय लिया। इसलिए भले ही आज तक जनसंपर्क बुरहानपुर द्वारा एक भी प्रेस नोट की कॉपी जिले के किसी समाचार पत्र के दफ्तर में हार्ड कॉपी के रूप में ना पहुंचती हो लेकिन ई मेल पर खबरें जरूर सुनिश्चतता के साथ पहुंचने का क्रम जारी है। वैसे भी कलम से की बोर्ड और कागज से मॉनीटर तक का सफर कर रहे पत्रकारों को ईमेल से सॉफ्ट कॉपी के रूप में खबर मिलने से लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के प्रहरियों का टाइप करने का वक्त भी बच जाता है और जिला प्रशासन और शासन की योजनाओं से जुड़े यह समाचार समाचार पत्रों में सहजता के साथ अपनी जगह भी बना लेते हैं।
पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान
परंपरागत प्रेस रिलीज सिस्टम को खत्म कर इससे न सिर्फ पेपर की बचत कर पर्यावरण संरक्षण की मुहिम में अपना योगदान भी दे रहा है और इसके साथ ही कर्मचारी के हाथों प्रेस नोट भेजने पर होने वाले समय और पैसे के खर्च को भी बचा रहा है। इसके साथ ही सूचना तकनीक के उपयोग की दिशा में सभी पत्रकार बंधुओं को वे टू एसएमएस अलर्ट सुविधा के माध्यम से खबरें भेजने के पहले मोबाइल पर एसएमएस भेजने का काम भी किया जाता है।
नवाचार की ओर बढ़ते कदम
बुरहानुपर जनसंपर्क कार्यालय प्रदेश का पहला अॅानलाइन जिला जनसंपर्क कार्यालय बनने का दर्जा हासिल कर चुका हैै। अपने इस ब्लॉग के माध्यम से केवल जिले ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश और देश में बुरहानपुर से जुड़ी खबरें जानने के इच्छुक लोगों की मदद हो रही है। खास बात यह है कि इस ब्लॉग का निर्माण 8 दिसंबर दिसंबर 2011 को सुनील वर्मा द्वारा किया गया था लेकिन ब्लॉग के निर्माण के लिए जो जोश था, वह जोश दो साल बाद भी कम नहीं हुआ है। आज भी दो वर्ष बाद भी जिले से जुड़ी सभी खबरें इस ब्लॉग पर उसी निरंतरता के साथ पढ़ी जा सकती हैं। साथ ही शासन की योजनाओं की समस्त जानकारी से लेकर उनसे जुड़े फार्म भी यहां मौजूद हैं। इससे शासन से जुड़ी योजनाओं का हितग्राही सीधे लाभ ले सकते हैं।
फेसबुक पर दस्तक
किसी भी चीज का उपयोग आपको कैसे करना यह उस वस्तु पर नहीं बल्कि स्वयं आप पर निर्भर करता है। विश्व की सर्वाधिक लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग साइट का प्रयोग कुछ लोगों ने यदि अपने विचारों की अभिव्यक्ति के लिए किया तो कुछ ने इसके माध्यम से देश से निरंकुशता को हटाकर लोकतंत्र की स्थापना में उपयोग किया। पुराने दोस्तों से जुडऩे सूचनाओं को एक-दूसरे तक पहुंचाने और विचारों को मंच देने वाले इस सोशल प्लेटफार्म के महत्व को देखते हुए बुरहानपुर जनसंपर्क कार्यालय भी इस सोशल नेटवर्किंग साइट से जुड़ा। ताकि इस सोशल प्लेटफार्म से जुड़े लोगों को प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और नीतियों से अवगत कराया जा सके, साथ ही जिला प्रशासन के महत्वपर्ण जनहितैषी निर्णय और कार्यों की जानकारी इस न्यू मीडिया तकनीक के माध्यम से भी लोगों तक पहुंच सके। बुरहानपुर के तत्कालीन जनसंपर्क
अधिकारी सुनील वर्मा ने बुरहानपुर जनसंपर्क का फेसबुक पर अकांउट
5 अगस्त से फेसबुक पर बनाया।
लोगों तक जनसंपर्क कार्यालय की सूचनाओं को पहुंचाने के लिए इस सोशल नेटवर्किंग साइट पर 22 अगस्त 2012 को फेसबुक पर जनसंपर्क विभाग बुरहानपुर के अलग पेज का निमार्ण किया गया। https://www.facebook.com/jansampark.burhanpur के यू.आर.एल नाम से बनाये गये इस पेज पर यूनीकोड फोंट में बुरहानपुर जिला प्रशासन द्वारा जनहित में लिए जाने वाले निर्णयों, जनहितेषी कार्यो और प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जाती है। बुरहानपुर जनसपंर्क की फेसबुक पर लोकप्रियता को देखते हुए जनसंपर्क बड़वानी, जनसंपर्क खंडवा, जनसंपर्क देवास समेत कई जिलों के जनसंपर्क कार्यालयों ने भी इसका अनुकरण कर अपने कार्यालय को भी फेसबुकिया बनाकर जानकारी देना शुरू कर दिया है।
प्रदेश को दी पहले ऑनलाइन जनसंपर्क कार्यालय की सौगात
हमारे आसपास मौजूद संसाधन तो हैं लेकिन जब तक हम उनका उपयोग नहीं करेंगे तो उनके कोई मायने नहीं है और उपयोग करने के लिए जरूरी है कि हमें उसके संबंध में जानकारी हो और हम जागरूक हों। जानकारी और जागरूकता के संयोग से ही मनुष्य संविधान में मिले अपने अधिकारों का उपयोग कर सकता है और उसकी ही वजह से व्यक्ति सरकार द्वारा दी गई सुविधाओं का लाभ उठा सकता है। सूचना और तकनीक के इस युग में एक क्लिक पर सबकुछ मौजूद है लेकिन उस एक क्लिक को हमारे लिए कहां करना बेहतर होगा यह भी मायने रखता है। सूचना की इस बेहतर तकनीक का प्रयोग जन संवाद के हित में किया जनसंपर्क बुरहानपुर से अपनी जिला जनसंपर्क अधिकारी की नौकरी की शुरूआत करने वाले 25 वर्षीय सुनील वर्मा ने। वर्तमान में खंडवा जिला जनसंपर्क कार्यालय का दायित्व संभाल रहे सुनील वर्मा ने जनसंपर्क बुरहानपुर के कार्यालय को प्रदेश का पहला ऑनलाइन जनसंपर्क कार्यालय बनाकर इस बात का प्रमाण प्रस्तुत किया कि जरूरी नहीं कि बेहतर संसाधन और सुविधाएं हो तभी कोई व्यक्ति या संस्थान बेहतर ढंग से कार्यों को अंजाम दे सकता है। काम करने का जज्बा हो तो सीमित संसाधनों के साथ भी बेहतर ढंग से कार्यों को पूरा किया जा सकता है। जहां संसाधनों के नाम पर जब कुछ नहीं था उस समय ऑनलाइन जनसंपर्क कार्यालय को स्थापित करने का काम 2 वर्ष पहले ही पूरा कर लिया।
ऑनलाइन खबरों से बनाया बेहतर संवाद
कहते हैं कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी होती है। ऐसे में जब सुनील वर्मा ने जनसंपर्क बुरहानपुर का दायित्व संभाला था, तब वहां पर जनसंपर्क का ना ही कोई कार्यालय था और ना ही स्टाफ। ऐसी परिस्थिति में परंपरागत ढंग से प्रेस रिलीज एक-एक समाचार पत्र के कार्यालय में पहुंचाना संभव नहीं था, इसलिए संसाधनों के अभाव को देखते हुए और आज के हाइटेक मीडिया की जरूरतों को समझते हुए अपने कार्यालय को पूरी तरह ऑनलाइन बनाने का निर्णय लिया। इसलिए भले ही आज तक जनसंपर्क बुरहानपुर द्वारा एक भी प्रेस नोट की कॉपी जिले के किसी समाचार पत्र के दफ्तर में हार्ड कॉपी के रूप में ना पहुंचती हो लेकिन ई मेल पर खबरें जरूर सुनिश्चतता के साथ पहुंचने का क्रम जारी है। वैसे भी कलम से की बोर्ड और कागज से मॉनीटर तक का सफर कर रहे पत्रकारों को ईमेल से सॉफ्ट कॉपी के रूप में खबर मिलने से लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के प्रहरियों का टाइप करने का वक्त भी बच जाता है और जिला प्रशासन और शासन की योजनाओं से जुड़े यह समाचार समाचार पत्रों में सहजता के साथ अपनी जगह भी बना लेते हैं।
पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान
परंपरागत प्रेस रिलीज सिस्टम को खत्म कर इससे न सिर्फ पेपर की बचत कर पर्यावरण संरक्षण की मुहिम में अपना योगदान भी दे रहा है और इसके साथ ही कर्मचारी के हाथों प्रेस नोट भेजने पर होने वाले समय और पैसे के खर्च को भी बचा रहा है। इसके साथ ही सूचना तकनीक के उपयोग की दिशा में सभी पत्रकार बंधुओं को वे टू एसएमएस अलर्ट सुविधा के माध्यम से खबरें भेजने के पहले मोबाइल पर एसएमएस भेजने का काम भी किया जाता है।
नवाचार की ओर बढ़ते कदम
बुरहानुपर जनसंपर्क कार्यालय प्रदेश का पहला अॅानलाइन जिला जनसंपर्क कार्यालय बनने का दर्जा हासिल कर चुका हैै। अपने इस ब्लॉग के माध्यम से केवल जिले ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश और देश में बुरहानपुर से जुड़ी खबरें जानने के इच्छुक लोगों की मदद हो रही है। खास बात यह है कि इस ब्लॉग का निर्माण 8 दिसंबर दिसंबर 2011 को सुनील वर्मा द्वारा किया गया था लेकिन ब्लॉग के निर्माण के लिए जो जोश था, वह जोश दो साल बाद भी कम नहीं हुआ है। आज भी दो वर्ष बाद भी जिले से जुड़ी सभी खबरें इस ब्लॉग पर उसी निरंतरता के साथ पढ़ी जा सकती हैं। साथ ही शासन की योजनाओं की समस्त जानकारी से लेकर उनसे जुड़े फार्म भी यहां मौजूद हैं। इससे शासन से जुड़ी योजनाओं का हितग्राही सीधे लाभ ले सकते हैं।
फेसबुक पर दस्तक
किसी भी चीज का उपयोग आपको कैसे करना यह उस वस्तु पर नहीं बल्कि स्वयं आप पर निर्भर करता है। विश्व की सर्वाधिक लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग साइट का प्रयोग कुछ लोगों ने यदि अपने विचारों की अभिव्यक्ति के लिए किया तो कुछ ने इसके माध्यम से देश से निरंकुशता को हटाकर लोकतंत्र की स्थापना में उपयोग किया। पुराने दोस्तों से जुडऩे सूचनाओं को एक-दूसरे तक पहुंचाने और विचारों को मंच देने वाले इस सोशल प्लेटफार्म के महत्व को देखते हुए बुरहानपुर जनसंपर्क कार्यालय भी इस सोशल नेटवर्किंग साइट से जुड़ा। ताकि इस सोशल प्लेटफार्म से जुड़े लोगों को प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और नीतियों से अवगत कराया जा सके, साथ ही जिला प्रशासन के महत्वपर्ण जनहितैषी निर्णय और कार्यों की जानकारी इस न्यू मीडिया तकनीक के माध्यम से भी लोगों तक पहुंच सके। बुरहानपुर के तत्कालीन जनसंपर्क
अधिकारी सुनील वर्मा ने बुरहानपुर जनसंपर्क का फेसबुक पर अकांउट
5 अगस्त से फेसबुक पर बनाया।
लोगों तक जनसंपर्क कार्यालय की सूचनाओं को पहुंचाने के लिए इस सोशल नेटवर्किंग साइट पर 22 अगस्त 2012 को फेसबुक पर जनसंपर्क विभाग बुरहानपुर के अलग पेज का निमार्ण किया गया। https://www.facebook.com/jansampark.burhanpur के यू.आर.एल नाम से बनाये गये इस पेज पर यूनीकोड फोंट में बुरहानपुर जिला प्रशासन द्वारा जनहित में लिए जाने वाले निर्णयों, जनहितेषी कार्यो और प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जाती है। बुरहानपुर जनसपंर्क की फेसबुक पर लोकप्रियता को देखते हुए जनसंपर्क बड़वानी, जनसंपर्क खंडवा, जनसंपर्क देवास समेत कई जिलों के जनसंपर्क कार्यालयों ने भी इसका अनुकरण कर अपने कार्यालय को भी फेसबुकिया बनाकर जानकारी देना शुरू कर दिया है।
जनसरोकार और जनजागरूकता की पहल है - बुरहानपुर निर्माण
सूचना देने के साथ ही लोगों को जागरूक करने में समाचार पत्रों के योगदान के बारे में कुछ कहना दीये को रोशनी दिखाने के समान सा लगता है। प्रताप के समय गणेश शंकर विद्यार्थी से लेकर शहीद ए आजम भगतसिंह ने भी आजादी के आंदोलन में अखबार के माध्यम से देश की आजादी के लिए क्रांतिकारियों को संदेश पहुंचाने का काम किया तो अपनी सशक्त कलम से अंग्रेजों की दुखती रग पर हाथ रखने का काम आजादी के आंदोलन में दादा माखनलाल चतुर्वेदी जैसे कलमकारों ने किया। समाचार पत्र न सिर्फ लोगों को अवगत कराता है। समाचार पत्र के इतिहास से लेकर अब तक जारी महत्व को समझते हुए नवाचार और रचनात्मक कार्य के लिए प्रतिबद्ध जनसंपर्क बुरहानपुर ने बुरहानपुर निर्माण ई पेपर का आगाज भी बुरहानपुर कलेक्टर आशुतोष अवस्थी के मार्गदर्शन में किया।
खबरों का संसार ऑन
सूचना तकनीक के उपयोग का यह कारवां यहां भी रूका नहीं जी हां वेबसाइट निर्माण का नवाचार करते हुए बुरहानपुर से सरोकार अब एक क्लिक पर ला दिया इस लिंक के माध्यम से https://sites.google.com/site/ 0dproburhanpur/home
इतिहास में अपनी खास पहचान रखने वाला दक्षिण का द्वार बुरहानपुर सूचना तकनीक के क्षेत्र में भी अब अपनी छवि गढ़ रहा है। इस वेबसाइट के माध्यम से जिले से जुड़ी सभी जानकारी अब कहीं भी बैठे-बैठे पर एक क्लिक करके ली जा सकती हैं। बुरहानपुर जनसंपर्क की इस नव सृजित वेबसाइट में एक क्लिक पर ही देश के सभी भाषाओं के सभी समाचार चौनलों के खबरें देखी जा सकती हैं। इसके साथ ही हमारे देश में प्रकाशित समस्त भाषाओं के समाचार पत्रों को भी इस वेबसाइट पर मौजूद लिंक के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ा जा सकता है।
चुनावी समर में भी खास रही सूचना तकनीक
लोकतंत्र के महापर्व में सूचना तकनीक का कैसे बखूबी प्रयोग किया जाए। वह भी बुरहानपुर जनसंपर्क कार्यालय के कामकाज में देखा गया, यहां निर्वाचन से जुड़ी समस्त जानकारी एक अलग ब्लॉग और फेसबुक अकाउंट के माध्यम से दी गई, जिससे मीडिया से जुड़े लोगों से लेकर चुनाव में रूचि रखने वाले मतदाताओं को जानकारी आसानी से प्राप्त हुई।
नई तकनीक से जुड़ता खंडवा जनसंपर्क
हाल ही में खंडवा जिला जनसंपर्क कार्यालय का पदभार संभालने के बाद युवा जनसंपर्क अधिकारी सुनील वर्मा अपने नवाचारों की जिस कड़ी को सूर्य पुत्री ताप्ती नगरी से शुरू किया था। उसे वह अपनी सोच और ऊर्जा के साथ आगे भी जारी रखना चाहते हैं। यहां भी कार्यालय संभालने के बाद खंडवा जनसंपर्क का ब्लॉग बनाने, खंडवा जनसंपर्क कार्यालय का निर्वाचन संबंधी फेसबुक अकाउंट बनाकर सूचनाओं के समुद्र से खबर रूपी मोतियों को चुनकर संपादित करने का काम यहां भी जारी है।
प्रस्तुति सर्जना चतुर्वेदी
सूचना देने के साथ ही लोगों को जागरूक करने में समाचार पत्रों के योगदान के बारे में कुछ कहना दीये को रोशनी दिखाने के समान सा लगता है। प्रताप के समय गणेश शंकर विद्यार्थी से लेकर शहीद ए आजम भगतसिंह ने भी आजादी के आंदोलन में अखबार के माध्यम से देश की आजादी के लिए क्रांतिकारियों को संदेश पहुंचाने का काम किया तो अपनी सशक्त कलम से अंग्रेजों की दुखती रग पर हाथ रखने का काम आजादी के आंदोलन में दादा माखनलाल चतुर्वेदी जैसे कलमकारों ने किया। समाचार पत्र न सिर्फ लोगों को अवगत कराता है। समाचार पत्र के इतिहास से लेकर अब तक जारी महत्व को समझते हुए नवाचार और रचनात्मक कार्य के लिए प्रतिबद्ध जनसंपर्क बुरहानपुर ने बुरहानपुर निर्माण ई पेपर का आगाज भी बुरहानपुर कलेक्टर आशुतोष अवस्थी के मार्गदर्शन में किया।
खबरों का संसार ऑन
सूचना तकनीक के उपयोग का यह कारवां यहां भी रूका नहीं जी हां वेबसाइट निर्माण का नवाचार करते हुए बुरहानपुर से सरोकार अब एक क्लिक पर ला दिया इस लिंक के माध्यम से https://sites.google.com/site/
इतिहास में अपनी खास पहचान रखने वाला दक्षिण का द्वार बुरहानपुर सूचना तकनीक के क्षेत्र में भी अब अपनी छवि गढ़ रहा है। इस वेबसाइट के माध्यम से जिले से जुड़ी सभी जानकारी अब कहीं भी बैठे-बैठे पर एक क्लिक करके ली जा सकती हैं। बुरहानपुर जनसंपर्क की इस नव सृजित वेबसाइट में एक क्लिक पर ही देश के सभी भाषाओं के सभी समाचार चौनलों के खबरें देखी जा सकती हैं। इसके साथ ही हमारे देश में प्रकाशित समस्त भाषाओं के समाचार पत्रों को भी इस वेबसाइट पर मौजूद लिंक के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ा जा सकता है।
चुनावी समर में भी खास रही सूचना तकनीक
लोकतंत्र के महापर्व में सूचना तकनीक का कैसे बखूबी प्रयोग किया जाए। वह भी बुरहानपुर जनसंपर्क कार्यालय के कामकाज में देखा गया, यहां निर्वाचन से जुड़ी समस्त जानकारी एक अलग ब्लॉग और फेसबुक अकाउंट के माध्यम से दी गई, जिससे मीडिया से जुड़े लोगों से लेकर चुनाव में रूचि रखने वाले मतदाताओं को जानकारी आसानी से प्राप्त हुई।
नई तकनीक से जुड़ता खंडवा जनसंपर्क
हाल ही में खंडवा जिला जनसंपर्क कार्यालय का पदभार संभालने के बाद युवा जनसंपर्क अधिकारी सुनील वर्मा अपने नवाचारों की जिस कड़ी को सूर्य पुत्री ताप्ती नगरी से शुरू किया था। उसे वह अपनी सोच और ऊर्जा के साथ आगे भी जारी रखना चाहते हैं। यहां भी कार्यालय संभालने के बाद खंडवा जनसंपर्क का ब्लॉग बनाने, खंडवा जनसंपर्क कार्यालय का निर्वाचन संबंधी फेसबुक अकाउंट बनाकर सूचनाओं के समुद्र से खबर रूपी मोतियों को चुनकर संपादित करने का काम यहां भी जारी है।
प्रस्तुति सर्जना चतुर्वेदी
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